Blue Chip शेयर क्या है ?
Blue Chip शेयर क्या है ?
ब्लू-चिप शेयर बाज़ार मे मिलने वाले उँचे मूल्य के शेयर हैं जिनका प्रदर्शन शानदार रहा हो, जो निवेशकों के लिए हमेशा एक पसंदीदा निवेश विकल्प के रूप में उभरे हैं।
Blue Chip Stocks की एक स्थिर वित्तीय रिकॉर्ड और विश्वसनीयता होती है जो निवेशक को आकर्षित करती है I
उनके ख्याति के अलावा, इस तरह की कंपनियों का विस्तार आकर्षक लाभांश ( DIVIDEND) पे-आउट से होता है, जिन्हें उक्त स्टॉक की बढ़ती लोकप्रियता के लिए श्रेय दिया जा सकता है।
इसमे कोई शक की बात नही है ये अच्छे स्टॉक्स होते हैं , हर कोई इसमे निवेश करना चाहेगा, लेकिन, अक्सर उँचे दाम इसको निवेशकों की पहुँच से बाहर कर देते हैं I ये शेयर मार्केट के सबसे महंगे स्टॉक होते हैं I
हालांकि, ब्लू-चिप कंपनियों में निवेश करने से पहले, आपको कुछ आवश्यक बातों की जानकारी होना ज़रूरी है I
ब्लू-चिप स्टॉक्स की विशेषताएं
- CONSISTENT DIVIDEND :ब्लू-चिप ऐसे स्टॉक हैं जिनकी बाज़ार में हिस्सेदारी अधिक है और वे बहुत लाभदायक भी हैं। इस तरह वे भारी मुनाफा कमाते हैं। ऐसी कंपनियां अक्सर डीवीडेंड के रूप में अपने मुनाफे को शेयरधारकों के साथ साझा करती हैं। इसलिए ब्लू चिप कंपनियां अक्सर बाजार की सबसे अच्छी डीवीडेंड देने वाली कंपनियां होती हैं। इससे निवेशक को सुरक्षा के साथ स्थिर लेकिन गारंटीड रिटर्न अर्जित करने का आश्वासन मिलता है।
- CREDIT ELIGIBILITY : ब्लू-चिप कंपनियों के पास अपने कर्ज़ और अन्य दायित्वों को आसानी से पूरा करने लिए पर्याप्त पूंजी होती है। इससे इन कंपनियों द्वारा जारी किए गए शेयरों की साख बढ़ती है।
- RISK FACTORS : चूंकि स्थिर वित्तीय प्रदर्शन वाली बड़ी कंपनियां इन शेयरों को जारी करती हैं, इसलिए Blue Chip कंपनियों से जुड़े जोखिम कारक तुलनात्मक रूप से कम होते हैं। निवेशक अपने निवेश पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन लाकर ब्लू-चिप शेयरों से जुड़े जोखिम के बोझ को कम कर सकते हैं।
- मूल्य स्थिरता: गिरते बाजार में ब्लू चिप शेयरों के दाम मे स्थिरता सबसे बड़े लाभों में से एक है। इसका मतलब यह नहीं है कि शेयर इंडेक्स गिरने पर ब्लू चिप शेयरों की कीमत में गिरावट नहीं होती है। इसकी कीमत भी गिरेगी, लेकिन गिरावट धीमी होगी और रिकवरी तेजी से होगी।
- LONG TERM FINANCIAL GOALS : ब्लू-चिप कंपनियों मे निवेश की अवधि आमतौर पर 7 साल से अधिक है। लंबे समय का निवेश हराइज़न आपके लॉंगटर्म फाइनान्षियल गोल्स को प्राप्त करने के लिए उपयुक्त बनाता है।
आपको ब्लू-चिप स्टॉक में क्यों निवेश करना चाहिए?
ब्लू-चिप शेयर उच्चतर रिटर्न प्रदान करते हैं और लॉंगटर्म मे कॉर्पस बिल्डिंग मे मदद करते हैं. ब्लूएचिप शेयर पोर्टफोलीयो मे शामिल करके आप अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाइ कर सकते हैं मंदी, मुद्रास्फीति और आर्थिक ठहराव के दौर मे जब बाकी शेयर नुकसान दे सकते हैं, नुकसान के प्रभाव को कम करता है।
हालांकि, उनकी उच्च कीमत के कारण, ब्लू-चिप शेयर छोटे निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि ब्लू चिप स्टॉक लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित निवेश दांव हैं। लेकिन ब्लू चिप स्टॉक मे निवेश से पहले
कुछ बातों का ध्यान रखें
शेयर मार्केट मे निवेश हमेशा जोखिम भरा होता है . इस बात की कोई गारंटी नही की ब्लू चिप कंपनी हमेशा अछा पर्फॉर्म करेगी I कोई भी कंपनी अपनी प्रमुख स्थिति को हमेशा के लिए नहीं बनाए रख सकती I इसलिए , कंपनी के फंडमेंटल्स पर नज़र बनाए रखें I
आइए Blue Chip शेयरों के कुछ तात्कालिक नुकसानों पर नजर डालते हैं
- ओवरवैल्यूएशन: यदि आपने ब्लू चिप स्टॉक खरीदने का मन बना लिया है तो उसे उसके सही मूल्य आने पर ही खरीदें I किसी भी अन्य कीमत पर ब्लू चिप स्टॉक खरीदने से बचें I
- जोखिम मुक्त नहीं: लोग अक्सर ब्लू चिप शेयर ” Risk Free ” कहते हैं। क्यों? क्योंकि ये अपने सेक्टर की दिग्गज कंपनियां होती हैं। लेकिन इस बात की कोई गारंटी नही , जब पूरा स्टॉक मार्केट गिरता है तो ब्लू चिप शेयरों की कीमत स्थिर रहेंगी ?
- विकास की संभावना: ब्लू-चिप कंपनियां वे बड़ी कंपनियां हैं जो अपनी अधिकतम ग्रोथ तक पहुंच चुकी हैं। यह ब्लू-चिप शेयरों के दाम को प्रभावित करता है जो समय के साथ धीमी लेकिन स्थिर वृद्धि से बढ़ते रहते हैं। ज्यादातर मामलों में यह सच है जैसा कि ब्लू चिप कंपनियां अपने सेक्टर की बड़ी व मेच्यूर कंपनियां हैं, इसलिए उनका भविष्य में विकास उतना तेज नहीं है।
Blue Chip Stocks कैसे चुनें ?
यह कंपनी का मजबूत बिजनेस फंडामेंटल है जो इसके स्टॉक को ब्लू चिप बनाता है।
स्टॉक्स जो आज ब्लू चिप नहीं हैं, लेकिन अपने मजबूत बिजनेस फंडामेंटल्स के कारण जल्द ही एक ब्लू चिप स्टॉक्स हो सकते हैं।
अलग-अलग लोग ब्लू चिप स्टॉक को चुनने के लिए विभिन्न मापदंडों का उपयोग कर सकते हैं।
Blue Chip कंपनियों की पहचान करने के लिए कई मापदंडों पर विचार किया जा सकता है। इनमें लंबी अवधि में लगातार वार्षिक रेवेन्यू,डेट टू ईक्विटी रेशियो , इक्विटी पर औसत रिटर्न (RoE) और मार्केट कॅपिटलाइसेशन और मूल्य-से-आय (PE Ratio) अनुपात शामिल हैं।
किसी भी ब्लू चिप स्टॉक्स को चुनते समय आप CRISIL’s वेबसाइट पर जाएं, कंपनी के नाम को खोजें और रेटिंग प्राप्त करें।
यह Blue Chip Stocks की पहचान करने के सुरक्षित तरीकों में से एक है।
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